. जनता ने जो भरोसा दिया, उसे तोड़ना हमारे संस्कार में नहीं”।।

जनता ने जो भरोसा दिया, उसे तोड़ना हमारे संस्कार में नहीं”।।

 

🔶 “जनता ने जो भरोसा दिया, उसे तोड़ना हमारे संस्कार में नहीं”


नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा,


> “हमारे लिए राजनीति सत्ता की दौड़ नहीं, सेवा का माध्यम है। जनता ने जिस प्यार और भरोसे से हमें सिर पर बैठाया, हम उसे टूटने नहीं देंगे। बिहार के लोग परिवर्तन चाहते हैं — और वो परिवर्तन इस बार राजद के हाथों ही आएगा।”





उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद यादव की विचारधारा को याद करते हुए कहा कि “लालू जी ने हमेशा गरीब की राजनीति की, और हम उसी राह पर चल रहे हैं। हमारा एजेंडा साफ है — गरीब, किसान, नौजवान और महिला, इन्हीं के लिए हम राजनीति करते हैं।”



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🔶 विपक्ष पर सीधा हमला: “जिन्होंने बिहार को रोका, अब जनता उन्हें रोक देगी”


तेज प्रताप यादव ने अपने बयान में विपक्ष पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियाँ बिहार को जाति और नफरत की राजनीति में उलझाए रखना चाहती हैं, लेकिन जनता अब जाग चुकी है।


> “जिन्होंने 15 साल तक बिहार को सिर्फ जुमलों और झूठे वादों से भरा, वो अब जनता की नज़रों से उतर चुके हैं। अब समय है कि जनता उन्हें आराम दे और युवाओं को मौका दे।”





उन्होंने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर बिहार की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया है। “बेरोज़गारी अपने चरम पर है, शिक्षा प्रणाली बिखर चुकी है, और किसान आज भी उपज का सही दाम नहीं पा रहे। ये कैसा विकास है?” उन्होंने सवाल किया।



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🔶 परिवार और एकता पर बोले – “तेजस्वी मेरे भाई ही नहीं, बिहार की उम्मीद हैं”


जब पत्रकारों ने उनसे तेजस्वी यादव से जुड़ी राजनीति पर सवाल पूछा, तो तेज प्रताप यादव ने मुस्कुराते हुए कहा,


> “तेजस्वी मेरे छोटे भाई हैं, लेकिन आज वो सिर्फ मेरे नहीं, पूरे बिहार के भाई हैं। जो सोच बिहार को आगे ले जाए, वो हमारे लिए प्रेरणा है। मैं और तेजस्वी मिलकर लालू जी का सपना पूरा करेंगे — एक ऐसा बिहार जहां हर हाथ को काम मिले, हर बच्चे को शिक्षा, और हर किसान को सम्मान।”




उन्होंने यह भी कहा कि राजद परिवार अब पहले से कहीं ज्यादा मज़बूत है और सभी नेता एकजुट होकर बिहार को नई दिशा देने के लिए तैयार हैं।



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🔶 “हमारी लड़ाई नीति बनाम नीयत की है”


तेज प्रताप यादव ने कहा कि बिहार का चुनाव इस बार सिर्फ सीटों की लड़ाई नहीं है, बल्कि “नीति बनाम नीयत” की लड़ाई है।


> “हमारे विरोधी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया। आज भी गाँवों में बिजली, पानी, शिक्षा, अस्पताल की हालत देख लीजिए — विकास सिर्फ भाषणों में है।”




उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस बार जनता भावनाओं में नहीं, काम के आधार पर वोट देगी। “अब बिहार भावनाओं से नहीं, समझदारी से वोट करेगा,” तेज प्रताप ने कहा।



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🔶 युवा और रोजगार पर खास जोर


तेज प्रताप यादव ने कहा कि आने वाले वक्त में युवा नीति और नई सोच से ही बिहार बदलेगा।


> “हमारा सपना है कि हर गाँव में स्किल सेंटर खुले, हर जिला रोजगार का हब बने। बिहार का युवा अब दिल्ली या मुंबई नहीं जाएगा, बल्कि यहाँ अपने राज्य में ही काम करेगा। हम स्टार्टअप बिहार का सपना लेकर चल रहे हैं।”




उन्होंने कहा कि आरजेडी सरकार बनने पर युवा नीति को और मज़बूत किया जाएगा। “हम सिर्फ नौकरियाँ नहीं देंगे, हम ऐसा सिस्टम बनाएँगे जिससे हर युवा खुद का मालिक बने,” तेज प्रताप ने वादा किया।



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🔶 जनता के बीच भावनात्मक अपील


तेज प्रताप यादव ने जनता से भावनात्मक अपील करते हुए कहा,


> “आपने मेरे पिता लालू जी को बनाया, मेरे भाई तेजस्वी को सर-आँखों पर बैठाया — अब मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए ताकि हम सब मिलकर एक नया बिहार बना सकें। ये चुनाव सिर्फ मेरी सीट का नहीं, बल्कि पूरे बिहार के भविष्य का है।”




उनका यह बयान सुनकर मंच पर मौजूद भीड़ ‘लालू परिवार ज़िंदाबाद’ के नारों से गूंज उठी। तेज प्रताप ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया और कहा — “आपका प्यार ही मेरी ताकत है।”



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🔶 विश्लेषण: तेज प्रताप की रणनीति में नया तेवर


राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बार तेज प्रताप यादव का अंदाज़ बदला-बदला दिख रहा है। पहले जहाँ वे भावनात्मक और व्यक्तिगत बयानों के लिए जाने जाते थे, अब उनका फोकस विकास, रोजगार और प्रशासनिक सुधार पर है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप अब अपने क्षेत्र के साथ-साथ पूरे राज्य में “युवा परिवर्तन यात्रा” निकालने की तैयारी में हैं, जिसमें वे हर जिले में जाकर युवाओं से संवाद करेंगे।



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🔶 तेज प्रताप बनाम विपक्ष: सीधी टक्कर की तैयारी


एनडीए उम्मीदवारों के खिलाफ तेज प्रताप यादव की टक्कर कड़ी मानी जा रही है। विपक्ष ने भी उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उसी क्षेत्र में अपने सबसे मजबूत प्रत्याशी को उतारा है। लेकिन राजद समर्थकों का कहना है कि “तेज प्रताप के सामने कोई टिक नहीं सकता।”

उनके समर्थक नारे लगा रहे थे —


> “बिहार का बेटा जागा है, इस बार फिर लालू राज आएगा।”





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🔶 अंत में क्या कहा तेज प्रताप ने?


नामांकन के बाद अपने भाषण का समापन करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा,


> “बिहार की धरती ने हमें जनसेवा का मौका दिया है, और अब वक्त है जनता

 को उसका हक लौटाने का। हम जनता की अदालत में हैं — और जनता कभी गलत फैसला नहीं देती। जय बिहार, जय जनता!”

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