💥 दिल्ली में बम धमाका: राजधानी दहली, सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
नई दिल्ली, 11 नवम्बर 2025:
भारत की राजधानी दिल्ली आज सुबह उस समय दहल उठी जब शहर के एक भीड़भाड़ वाले इलाके में तेज धमाका हुआ। यह धमाका कनॉट प्लेस के पास स्थित एक व्यस्त मार्केट में हुआ, जहाँ उस समय सुबह के खरीददारों और दफ्तर जाने वालों की भारी भीड़ थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, धमाके में 5 लोगों की मौत हो गई है जबकि 20 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।
धमाका सुबह करीब 10:15 बजे हुआ जब एक संदिग्ध बैग अचानक फट गया। आसपास की दुकानों में अफरा-तफरी मच गई, लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ ही मिनटों में पुलिस, एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड), और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुँच गया।
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🚨 घटना का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की 10 से अधिक दुकानों के शीशे टूट गए और कई वाहनों में आग लग गई। पुलिस ने तुरंत इलाके को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। शुरुआती जांच में यह पाया गया है कि विस्फोटक आईईडी (Improvised Explosive Device) के जरिए किया गया था।
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजीव यादव ने बताया,
> “यह एक सोची-समझी साजिश लग रही है। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश जारी है।”
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🏥 घायलों का इलाज जारी
घायलों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि कुछ लोगों की हालत नाजुक है। दिल्ली सरकार ने सभी घायलों को मुफ्त इलाज की घोषणा की है और पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना स्थल का दौरा करते हुए कहा,
> “यह मानवता के खिलाफ कायराना हमला है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली पुलिस और हमारी सुरक्षा एजेंसियां मिलकर पूरी जांच करेंगी।”
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🕵️♂️ जांच और संदिग्धों की तलाश
एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने भी मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। सूत्रों के मुताबिक, धमाके में इस्तेमाल हुआ विस्फोटक RDX और अमोनियम नाइट्रेट का मिश्रण था, जो आमतौर पर आतंकी संगठनों द्वारा उपयोग किया जाता है।
सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति को संदिग्ध बैग लेकर जाते हुए देखा गया है। पुलिस ने उसका स्केच जारी कर दिया है और शहर के सभी मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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💣 दिल्ली में पहले भी हुए हैं ऐसे हमले
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली आतंकी हमलों की चपेट में आई हो।
2005 में दीवाली से पहले दिल्ली के सरोजिनी नगर, पहाड़गंज और गोविंदपुरी में धमाके हुए थे जिनमें 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत हुई थी।
आज का धमाका एक बार फिर उन भयावह यादों को ताजा कर गया है।
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🧩 सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी चुनौती
राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। सभी प्रमुख बाजार, मॉल, और मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और रॉ (RAW) को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि किसी भी संभावित श्रृंखलाबद्ध धमाकों को रोका जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना के पीछे किसी संगठित आतंकी मॉड्यूल का हाथ हो सकता है जो त्योहारों या राजनीतिक कार्यक्रमों के दौरान डर का माहौल बनाना चाहता है।
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🇮🇳 देशभर में शोक और निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया,
> “दिल्ली में हुए बम धमाके की खबर बेहद दुखद है। निर्दोष लोगों की जान लेने वाले कभी इंसान नहीं हो सकते। अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, और कई अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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🕯️ लोगों में गुस्सा और डर
घटना के बाद लोगों में गुस्सा और भय दोनों देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग अपनी नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं कई नागरिकों ने घायल लोगों के लिए रक्तदान केंद्रों में जाकर मदद की है।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 112 या 1090 नंबर पर देने की अपील की है।
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🔒 निष्कर्ष
दिल्ली बम ब्लास्ट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि देश की राजधानी में सुरक्षा को लेकर अभी भी कई चुनौतियाँ हैं। हालांकि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हर संभव कोशिश कर रही हैं, लेकिन नागरिक सतर्कता ही ऐसी घटनाओं को रोकने का सबसे बड़ा हथियार है।
देशभर
के लोग अब एक स्वर में यही कह रहे हैं —
“दिल्ली को डरने नहीं देंगे, आतंक को जड़ से खत्म करेंगे।”


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