. Bihar Election 2025 Exit Polls LIVE Updates: छह एग्ज़िट पोल्स का अनुमान – बिहार में NDA की वापसी तय।।

Bihar Election 2025 Exit Polls LIVE Updates: छह एग्ज़िट पोल्स का अनुमान – बिहार में NDA की वापसी तय।।

 Bihar Election 2025 Exit Polls LIVE Updates: छह एग्ज़िट पोल्स का अनुमान – बिहार में NDA की वापसी तय?



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पटना:

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान खत्म होने के साथ ही अब सबकी नजर एग्ज़िट पोल्स पर टिकी है। देश के प्रमुख न्यूज़ चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने अपने एग्ज़िट पोल्स जारी कर दिए हैं, जिनके अनुसार इस बार भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) राज्य में सरकार बनाती हुई नजर आ रही है। छह प्रमुख एग्ज़िट पोल्स ने यह भविष्यवाणी की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी फिर से बिहार की सत्ता में लौट सकती है।




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🔹 NDA को बढ़त, महागठबंधन पिछड़ता दिखा


एग्ज़िट पोल्स के मुताबिक भाजपा-जेडीयू गठबंधन ने बिहार में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। हालांकि, कुछ सर्वे में यह भी कहा गया है कि मुकाबला कड़ा रहा और सीटों का अंतर बहुत बड़ा नहीं होगा।


ABP-CVoter Exit Poll: NDA को 125–140 सीटें, जबकि महागठबंधन को 90–100 सीटों के बीच अनुमान।


India Today–Axis My India: NDA को 130 सीटों के आसपास, महागठबंधन को 95, और अन्य दलों को 10–15 सीटें।


News18–IPSOS: NDA को 128 सीटें, जबकि RJD गठबंधन को 102 सीटें।


Times Now–ETG: NDA 132, महागठबंधन 95।


Republic–PMarq: NDA 138, महागठबंधन 92।


News24–Today's Chanakya: NDA को 140 सीटों का अनुमान, जो बहुमत से थोड़ा ऊपर है।



इन सभी सर्वेक्षणों में एक समान पैटर्न दिखा कि NDA को स्पष्ट बढ़त है, जबकि तेजस्वी यादव की RJD अपनी पकड़ बनाए रखने में संघर्ष करती नजर आ रही है।



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🔹 नीतीश कुमार की रणनीति सफल?


बिहार के राजनीतिक जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार की “सुशासन” और “विकास का वादा” वाली छवि ने अब भी लोगों के बीच प्रभाव डाला है। वहीं, भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और केंद्र सरकार की योजनाओं को चुनाव में भुनाया।

ग्रामीण इलाकों में सरकार की लाडली लक्ष्मी योजना, हर घर नल का जल, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं का असर वोटरों पर दिखाई दिया।



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🔹 तेजस्वी यादव की मेहनत, लेकिन परिणाम सीमित


आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस बार प्रचार अभियान में पूरा दमखम लगाया। उन्होंने बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को उठाया, परंतु एग्ज़िट पोल्स बता रहे हैं कि जनता का रुझान फिर भी NDA की ओर झुका रहा।

कुछ सर्वे में यह भी कहा गया है कि तेजस्वी यादव का वोट शेयर बढ़ा है, लेकिन सीटों में उसका असर निर्णायक नहीं दिखा।



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🔹 तीसरा मोर्चा और छोटे दलों की भूमिका


चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), ओवैसी की AIMIM, और वामदलों ने भी इस बार कुछ सीटों पर मुकाबला रोचक बना दिया।

विशेष रूप से सीमांचल और मगध क्षेत्र में AIMIM ने महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाई। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी ने कुछ जगहों पर भाजपा से असंतुष्ट वोटरों को आकर्षित किया।



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🔹 वोटिंग पैटर्न: ग्रामीण बनाम शहरी मतदाता


एग्ज़िट पोल्स बताते हैं कि शहरी इलाकों में भाजपा को भारी बढ़त मिली, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में जेडीयू और आरजेडी के बीच कांटे की टक्कर रही।

महिलाओं और युवा वोटरों का रुझान भी इस बार चर्चा में रहा —

महिलाओं ने ‘सुरक्षा और स्थिरता’ के मुद्दे पर वोट दिया, जबकि युवा वर्ग में बेरोजगारी और रोजगार योजनाओं को लेकर मतभेद दिखाई दिया।



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🔹 जातीय समीकरणों का असर


बिहार की राजनीति सदैव जातीय समीकरणों पर निर्भर रही है। इस बार भी यादव, कुशवाहा, पासवान, भूमिहार और मुसलमान वोट बैंक निर्णायक रहे।

विश्लेषकों का मानना है कि NDA ने पिछड़े वर्ग (EBC) और महादलित समुदाय में मजबूत पकड़ बनाई रखी, जिससे उन्हें सीटों में बढ़त मिली।



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🔹 एग्ज़िट पोल्स बनाम वास्तविक नतीजे


हालांकि, बिहार के पिछले चुनावों में एग्ज़िट पोल्स कई बार चौंकाने वाले साबित हुए हैं। 2020 में भी कुछ सर्वेक्षणों ने NDA को बहुमत से दूर बताया था, लेकिन नतीजे उसके पक्ष में गए।

इस बार भी राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि “अभी कुछ भी निश्चित नहीं है, असली तस्वीर तो मतगणना के दिन ही साफ होगी।”



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🔹 मतगणना की तैयारी


राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतगणना की प्रक्रिया 14 नवंबर 2025 को सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सभी जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

मुख्य मुकाबला भाजपा-जेडीयू गठबंधन और RJD-कांग्रेस गठबंधन के बीच रहेगा। कुल 243 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई है, और बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 सीटें है।



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🔹 जनता की राय


एग्ज़िट पोल्स के बाद आम जनता के बीच भी चर्चा तेज हो गई है। पटना, गया, दरभंगा, सहरसा और भागलपुर जैसे शहरों में लोग सोशल मीडिया पर अपनी राय दे रहे हैं —

कुछ लोग नीतीश कुमार की वापसी को “विकास की जीत” बता रहे हैं, जबकि आरजेडी समर्थक कह रहे हैं कि “नतीजों में पलटफेर संभव है।”



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🔹 निष्कर्ष


बिहार चुनाव 2025 के एग्ज़िट पोल्स ने एक बार फिर से यह संकेत दे दिया है कि राज्य की राजनीति में NDA की पकड़ अब भी बरकरार है।

हालांकि, तेजस्वी यादव की मेहनत और विपक्ष की रणनीति ने मुकाबले को दिलचस्प जरूर बना दिया है।

अब सबकी निगाहें 14 नवंबर की मतगणना पर हैं — जब यह तय होगा कि एग्ज़िट पोल्स कितने सही साबित होते

 हैं और क्या नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार की सत्ता में लौटेंगे या इस बार जनता कुछ नया फैसला सुनाएगी।


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