दिल्ली आत्मघाती बम ब्लास्ट: अल-फलाह यूनिवर्सिटी से 3 डॉक्टर हिरासत में, NIA ने संभाली जांच – पूरा मामला विस्तार से
दिल्ली में हाल ही में हुए आत्मघाती बम धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। राजधानी के रेड फोर्ट (लाल किला) के पास हुए इस धमाके के बाद अब जांच एजेंसियों ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। इस सिलसिले में हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। शुरुआती जांच में इनके आतंकी संगठन से संबंध होने के संकेत मिले हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अब इस पूरे मामले की कमान अपने हाथ में ले ली है
🔥 क्या है पूरा मामला
शनिवार देर रात दिल्ली में हुए इस धमाके के बाद पुलिस और जांच एजेंसियों में हड़कंप मच गया। यह धमाका रेड फोर्ट के पास हुआ था, और शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया कि यह आत्मघाती हमला (Suicide Blast) था। मौके से एक अधूरा IED (Improvised Explosive Device) भी बरामद किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह डिवाइस पूरी तरह एक्टिव नहीं हुआ था, जिसके कारण बड़े पैमाने पर तबाही टल गई।
धमाके के तुरंत बाद इलाके को सील कर दिया गया और NIA समेत अन्य एजेंसियां मौके पर पहुंचीं। जांच में सामने आया कि हमले के पीछे एक पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है।
---
🧠 कौन हैं हिरासत में लिए गए डॉक्टर
जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को कुछ डिजिटल सबूत मिले, जो हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुंचे। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और NIA की संयुक्त टीम ने यूनिवर्सिटी पर छापा मारा और तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया।
सूत्रों के अनुसार, इनमें से एक डॉक्टर वही महिला है जो धमाके के दिन से लापता थी और बाद में उसी की संलिप्तता संदिग्ध आत्मघाती हमलावर के रूप में सामने आई।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
> “हम जांच एजेंसियों के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।”
---
🧩 आतंकी संगठन का लिंक
NIA की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला एक पाकिस्तानी आतंकी संगठन से जुड़ा हो सकता है, जो भारत में सोशल मीडिया ऐप्स के ज़रिए युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा था।
खास बात यह है कि दिल्ली ब्लास्ट के पीछे जिस मॉड्यूल की बात सामने आई है, वह Telegram ऐप के ज़रिए ऑपरेट किया जा रहा था।
जांच में यह भी पाया गया कि धमाके के पहले, संदिग्ध महिला डॉक्टर ने कई बार Telegram पर एन्क्रिप्टेड चैट्स के ज़रिए संपर्क साधा था। ये चैट्स अब NIA की फॉरेंसिक टीम के कब्जे में हैं।
---
📹 CCTV फुटेज ने खोले कई राज़
धमाके के कुछ घंटों बाद पुलिस को एक अहम CCTV फुटेज मिला जिसमें संदिग्ध महिला टोल प्लाजा से गुजरते हुए दिखाई दी, उसके चेहरे पर मास्क था और उसने एक बड़ा बैग भी कैरी कर रखा था। यही बैग बाद में ब्लास्ट साइट के पास बरामद किया गया।
फुटेज सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई जगह छापेमारी अभियान शुरू किया।
---
🧕 संदिग्ध डॉक्टर का अतीत
अल-फलाह यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने NDTV से बातचीत में बताया कि संदिग्ध महिला डॉक्टर का व्यवहार कुछ समय से “अजीब” लग रहा था।
उन्होंने कहा,
> “वह काफी शांत रहने लगी थी और कई बार क्लास से गायब हो जाती थी। जब उससे सवाल किया जाता, तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं देती थी।”
यह बयान NIA की जांच में अब एक महत्वपूर्ण कड़ी बन गया है।
---
🧭 NIA की जांच का दायरा बढ़ा
अब NIA ने इस केस को अपने नियंत्रण में लेकर दिल्ली, हरियाणा, यूपी और जम्मू-कश्मीर में रेड की है।
साथ ही एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह बड़ा आतंकी नेटवर्क तो नहीं, जो दिल्ली समेत उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में हमले की योजना बना रहा था।
NIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV को बताया:
> “यह सिर्फ एक व्यक्ति का हमला नहीं हो सकता। इसके पीछे एक पूरा मॉड्यूल है। हम इसके हर सदस्य को ट्रैक कर रहे हैं।”
---
📞 पिता का दर्दनाक बयान
धमाके के बाद एक दिल दहला देने वाली खबर भी सामने आई। संदिग्ध डॉक्टर के पिता ने बताया कि उन्होंने धमाके की खबर सुनने के बाद अपने तीनों बेटों को फोन किया, लेकिन एक ने कभी जवाब नहीं दिया।
उनका कहना है कि उन्हें भरोसा नहीं हो रहा कि उनकी बेटी ऐसा कर सकती है, लेकिन वह चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए।
---
⚖️ अब क्या होगा आगे
NIA अब हिरासत में लिए गए तीन डॉक्टरों से पूछताछ कर रही है। डिजिटल डिवाइस, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं।
साथ ही फॉरेंसिक जांच के लिए धमाके की जगह से केमिकल और मेटल के सैंपल लिए गए हैं।
जांच एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या इस हमले के पीछे किसी विदेशी फंडिंग का हाथ था।
अगर NIA को पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो यह केस जल्द ही UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत दर्ज किया जाएगा।
---
🚨 जनता में दहशत, सरकार सतर्क
दिल्ली पुलिस ने राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। मेट्रो, रेलवे स्टेशन, और प्रमुख सरकारी इमारतों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश के नागरिकों को अफवाहों से बचना चाहिए और सोशल मीडिया पर अनजान लिंक या ग्रुप से दूर रहना चाहिए।
---
🕊️ निष्कर्ष
दिल्ली में हुआ यह आत्मघाती धमाका एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देता है।
NIA और दिल्ली पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई ने कई अहम सुराग हाथ लगने में मदद की है, पर अभी भी कई सवाल अनुत्तरित हैं —
क्या यह हमला किसी बड़ी साजिश की शुरुआत थी?
क्या इस नेटवर्क के और सदस्य भारत में सक्रिय हैं?
इन सभी सवालों के जवाब आने वाले कुछ दिनों में जांच से सामने आएंगे।
फिलहाल देश की नजरें NIA की जांच पर टिकी हुई हैं — क्योंकि यह मामला
सिर्फ एक धमाके का नहीं, बल्कि भारत की आंतरिक सुरक्षा और युवाओं के साइबर ब्रेनवॉशिंग से जुड़ी गंभीर चेतावनी है।





0 टिप्पणियाँ