. राजद कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा की लहर — चुनावी समर में लालू यादव का सिपाही बनकर मैदान में उतरे कार्यकर्ता।।

राजद कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा की लहर — चुनावी समर में लालू यादव का सिपाही बनकर मैदान में उतरे कार्यकर्ता।।

 🔥 राजद कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा की लहर — चुनावी समर में लालू यादव का सिपाही बनकर मैदान में उतरे कार्यकर्ता


पटना :

बिहार की सियासत में इन दिनों फिर से “लाल रंग” छा रहा है। चुनावी नगाड़ों की गूंज के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कार्यकर्ताओं में जोश और जुनून का अद्भुत संगम देखा जा रहा है। हर गली, हर टोले में लाल झंडे की लहर दिखाई दे रही है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी ने कार्यकर्ताओं को नया मिशन दिया है — “बदलाव का बिहार”, और इस नारे के साथ कार्यकर्ता दिन-रात जनता के बीच उतर चुके हैं।



🌾 गांव-गांव तक लालूवाद की पहचान


राजद का कार्यकर्ता सिर्फ एक राजनीतिक सिपाही नहीं, बल्कि विचारधारा का वाहक है। लालू प्रसाद यादव की समाजवादी सोच और गरीब-दमित वर्ग के लिए लड़ने की विरासत को कार्यकर्ता आज भी दिल से जीते हैं। खेतों में काम करने वाले किसान से लेकर कॉलेज के युवा तक — सब अपने-अपने स्तर पर पार्टी का प्रचार कर रहे हैं।

गांवों में नुक्कड़ सभाएं, सोशल मीडिया पर लाइव चर्चा, और घर-घर जाकर जनसंपर्क — यही नया राजद स्टाइल बन गया है।


🗣️ "हम लोग सिर्फ पार्टी नहीं, परिवार हैं"


पटना के कार्यकर्ता शिवम यादव का कहना है,


> “हमारे लिए राजद कोई राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि एक परिवार है। जब लालू जी कहते हैं कि गरीब की आवाज बुलंद करनी है, तो हम सब एकजुट होकर निकल पड़ते हैं।”





इसी जज़्बे को देखकर पार्टी ने कार्यकर्ताओं को “बदलाव के दूत” का नया खिताब दिया है। हर ब्लॉक स्तर पर बैठकों का दौर चल रहा है। गांवों में बैनर-पोस्टर लगाए जा रहे हैं जिन पर लिखा है —

“हम हैं राजद, हम हैं जनता की आवाज़।”


🚩 युवाओं का जोश बना पार्टी की ताकत


इस बार सबसे दिलचस्प पहलू है युवाओं की बढ़ती भागीदारी। सोशल मीडिया पर राजद की डिजिटल टीम दिन-रात एक्टिव है। #TejashwiForBihar और #LaluKaMission जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

युवाओं का कहना है कि वे केवल नेता नहीं, बल्कि मुद्दे के साथ खड़े हैं — बेरोजगारी, शिक्षा, और न्याय के सवाल पर।


राजद युवा प्रकोष्ठ के संयोजक ने बताया कि इस बार 500 से ज्यादा डिजिटल योद्धा पूरे राज्य में सक्रिय हैं जो हर पंचायत में जनता से ऑनलाइन कनेक्शन बना रहे हैं।


🎤 तेजस्वी यादव की अपील — “कार्यकर्ता ही पार्टी की असली ताकत”


हाल ही में तेजस्वी यादव ने पटना में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा —


> “अगर लालटेन की लौ जल रही है, तो वो आप लोगों की वजह से। राजद का कार्यकर्ता जहां खड़ा होता है, वहीं से बदलाव शुरू होता है।”




उनकी इस बात पर हजारों कार्यकर्ता तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठे। कई जगहों पर ‘तेजस्वी जिंदाबाद’ और ‘लालू जी अमर रहें’ के नारे गूंजे।


🛠️ संगठन की जमीनी रणनीति


राजद ने इस बार विधानसभा क्षेत्रों में “जन संवाद टीम” बनाई है जिसमें हर टीम में 10 कार्यकर्ता हैं। इनका काम है लोगों से सीधा संवाद कर उनकी समस्या को जिला स्तर तक पहुंचाना।

साथ ही, पार्टी ने बूथ स्तर पर 24 घंटे सक्रिय रहने वाली “लालटेन सेवा समिति” भी बनाई है, जो गरीब परिवारों की मदद करती है — चाहे वो राशन का मुद्दा हो या शिक्षा का।


🌈 समाज के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश


राजद कार्यकर्ता अब सिर्फ यादव या मुस्लिम मतदाता तक सीमित नहीं रह गए हैं। पार्टी ने दलित, महादलित और पिछड़े वर्ग के युवाओं को जोड़ने की योजना बनाई है। तेजस्वी यादव ने कई कार्यक्रमों में यह स्पष्ट कहा है कि,


> “राजद अब सामाजिक न्याय से आगे बढ़कर आर्थिक न्याय की भी लड़ाई लड़ रही है।”




🎯 निष्कर्ष — "लालटेन की लौ फिर जल उठी"


बिहार की राजनीति में आज राजद कार्यकर्ता एक बार फिर निर्णायक भूमिका में हैं। चाहे सड़कों पर रैलियां हों या सोशल मीडिया पर प्रचार — हर जगह उनका जोश देखने लायक है।

राजद के लिए यह कार्यकर्ता ही हैं जो पार्टी को जनता से जोड़े हुए हैं, और यही 2000 वाट की ऊ

र्जा बिहार के राजनीतिक आसमान में नई रोशनी फैला रही है।

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