. तेजस्वी यादव ने खोला मोर्चा: “अब जनता तय करेगी किसने किया काम और किसने सिर्फ नाम”।।

तेजस्वी यादव ने खोला मोर्चा: “अब जनता तय करेगी किसने किया काम और किसने सिर्फ नाम”।।

 

🔥 तेजस्वी यादव ने खोला मोर्चा: “अब जनता तय करेगी किसने किया काम और किसने सिर्फ नाम”


(पटना, 22 अक्टूबर 2025 | रिपोर्टर: विकाश कुमार)


बिहार की राजनीति में आज का दिन फिर एक बार तेजस्वी यादव के बयान से गरमाया हुआ है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा —



> “जनता अब सब समझ चुकी है। जो वादे पूरे नहीं हुए, उसका हिसाब अब जनता लेगी। बिहार को अब विकास चाहिए, न कि वादों की राजनीति।”




तेजस्वी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब बिहार में विधानसभा चुनाव की हलचल तेज होती जा रही है। जदयू और भाजपा की साझा रणनीति को देखते हुए, राजद अपने संगठन को गांव-गांव तक मजबूत करने में जुटी है।



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🗳️ भ्रष्टाचार, रोजगार और पलायन — तीन मुद्दों पर सीधा वार


तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता को अब “काम करने वाली सरकार” चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार पर आरोप लगाया कि 18 साल के शासन के बाद भी बिहार का युवा बेरोजगारी, पलायन और शिक्षा की कमी से जूझ रहा है।



> “हमने सरकार में रहते हुए नौकरी देने का काम किया। 10 लाख रोजगार का वादा हमने किया था और उस दिशा में काम भी शुरू किया गया था। लेकिन सत्ता बदलते ही योजनाएं रोक दी गईं।”




उन्होंने यह भी कहा कि आज बिहार का युवा रोजगार के लिए पंजाब, दिल्ली और गुजरात भाग रहा है — और सरकार बस आंकड़ों का खेल दिखा रही है।



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🏗️ विकास बनाम विश्वास की लड़ाई


तेजस्वी यादव ने आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़ा सवाल उठाया —


> “जब पुल बनते हैं और गिर जाते हैं, जब सड़कें एक साल में टूट जाती हैं, तो यह कैसा विकास है?”




उन्होंने हाल ही में गंगा नदी पर बने टूटे पुल का उदाहरण देते हुए कहा कि यह “बिहार की सिस्टम की सच्ची तस्वीर” है।

तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी अब इस “विकास बनाम विश्वास” की लड़ाई को जनता के बीच लेकर जाएगी।



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📢 ‘जनता के मन की बात’ अभियान का ऐलान


तेजस्वी यादव ने आज एक नया राजनीतिक अभियान शुरू करने की घोषणा की — “जनता के मन की बात”।

इस अभियान के तहत आरजेडी के कार्यकर्ता हर जिले में जाकर जनता से राय लेंगे कि आने वाले चुनाव में उनकी प्राथमिकता क्या है — शिक्षा, रोजगार, सड़क या स्वास्थ्य।


> “हम जनता से पूछेंगे कि उन्हें किस चीज़ की जरूरत है। अब जनता बताएगी कि बिहार को कौन चला सकता है और कौन सिर्फ कुर्सी संभाल सकता है,” तेजस्वी ने कहा।





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🔍 नीतीश सरकार पर आरोप — ‘सिर्फ चेहरा बदलता है, नीयत नहीं’


तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर यह कहते हुए निशाना साधा —


> “मुख्यमंत्री तो कई बार बदले, लेकिन नीयत वही पुरानी रही। बिहार में अब चेहरे नहीं, सोच बदलने की जरूरत है।”




उन्होंने यह भी कहा कि जनता अब जात-पात से ऊपर उठकर मुद्दों पर वोट करने को तैयार है।



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🧭 जनसंपर्क यात्रा का नया चरण: युवाओं पर फोकस


राजद ने अपनी “जनसंपर्क यात्रा” का दूसरा चरण अगले हफ्ते से शुरू करने का ऐलान किया है।

तेजस्वी यादव इस दौरान सहरसा, दरभंगा, भागलपुर, और गया जिलों में जनसभाएं करेंगे।

इस यात्रा का मकसद है —


> “बिहार के युवाओं से सीधा संवाद और उनके सुझावों को पार्टी के घोषणापत्र में शामिल करना।”





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🧩 राजनीतिक विश्लेषण: क्या बदल रहा है बिहार का मूड?


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव का आज का बयान 2025 के विधानसभा चुनाव की दिशा तय करने वाला साबित हो सकता है।

उनकी रणनीति अब “आक्रामक विपक्ष” से आगे बढ़कर “विकल्प देने वाली राजनीति” बनती जा रही है।


कुछ विश्लेषक मानते हैं कि अगर तेजस्वी यादव बेरोजगारी और शिक्षा के मुद्दे को जनता से जोड़ पाए, तो बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर संभव है।



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📊 जनता का रुझान — सोशल मीडिया पर तेजस्वी ट्रेंड में


आज दोपहर तक X (Twitter) और Facebook पर #TejashwiSpeaks और #BiharKiAwaaz ट्रेंड करने लगे।

हजारों लोगों ने लिखा कि तेजस्वी यादव का “जनता से जुड़ाव” और “युवाओं की भाषा” उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाती है।



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🔚 निष्कर्ष: बिहार की राजनीति में ‘तेजस्वी मोमेंट’ लौट आया?


राजनीति के जानकार कहते हैं कि बिहार की सियासत अब नए मोड़ पर है।

जहां एक ओर सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियों का गुणगान कर रहा है, वहीं तेजस्वी यादव जनता से सीधा संवाद बनाकर नई उम्मीद का चेहरा बनते जा रहे हैं।


> “बिहार बदलेगा, जब सोच बदलेगी” — तेजस्वी यादव का यह नारा आज के राजनीतिक माहौल में गूंजता हुआ सुनाई दिया।





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📰 लेखक: विकाश कुमार

📅 दिनांक: 22 अक्टूबर 2025

📍 स्थान: पटना, बिहार

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